वो हमारे हर इक हक़ अदा कर गये
अपने दिल से भी हमको जुदा कर गये
हो सके वो हमें भूल जाये मग़र
उनकी यादें हमें गुदगुदा कर गये
उनको आंसू हमारे दिखे भी नही
हँसते - हँसते हमें अलविदा कह गये
दिल लगाया किसी से किसी के हुये
दो दिलो को तो वो ग़मज़दा कर गये
ज़िन्दगी की निधि हो समर्पित उन्हें
'सारथी' को ख़ुदा से जुदा कर गये
अपने दिल से भी हमको जुदा कर गये
हो सके वो हमें भूल जाये मग़र
उनकी यादें हमें गुदगुदा कर गये
उनको आंसू हमारे दिखे भी नही
हँसते - हँसते हमें अलविदा कह गये
दिल लगाया किसी से किसी के हुये
दो दिलो को तो वो ग़मज़दा कर गये
ज़िन्दगी की निधि हो समर्पित उन्हें
'सारथी' को ख़ुदा से जुदा कर गये
No comments:
Post a Comment