साथ मिलता रहे ज़रूरी है
ज़िँदगी जिनके बिन अधूरी है
हँस के कह देँ कि भूल जाना हमेँ
ज़िसको समझेँ वो मेरी धूरी है
आ भी जायेँ कि फ़िर से साँस चले
संग जिनके ये साँस पूरी है
जिसका दिल नाम से धड़कता था
उसके दिल से ये कैसी दूरी है
पास जितना समेट लेँ वो निधि
'सारथी' के बिना अधूरी है
ज़िँदगी जिनके बिन अधूरी है
हँस के कह देँ कि भूल जाना हमेँ
ज़िसको समझेँ वो मेरी धूरी है
आ भी जायेँ कि फ़िर से साँस चले
संग जिनके ये साँस पूरी है
जिसका दिल नाम से धड़कता था
उसके दिल से ये कैसी दूरी है
पास जितना समेट लेँ वो निधि
'सारथी' के बिना अधूरी है
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