खुद को खुद से कभी जुदा न करे
इश्क़ करके ख़ुदा - ख़ुदा न करे
गो की वो इश्क़ काम फ़रेब ही था
हँसते - हँसते कोई विदा न करे
इश्क़ मई आँशु है क़ुबूल हमें
इश्क़ समझे वो ये ख़ुदा न करे
उनसे बस इतना ही तो माँगा था
दिल किसी और पर फ़िदा न करे
थे कभी जो किसी जीवन की निधि
सारथी को वो अलविदा न करे
इश्क़ करके ख़ुदा - ख़ुदा न करे
गो की वो इश्क़ काम फ़रेब ही था
हँसते - हँसते कोई विदा न करे
इश्क़ मई आँशु है क़ुबूल हमें
इश्क़ समझे वो ये ख़ुदा न करे
उनसे बस इतना ही तो माँगा था
दिल किसी और पर फ़िदा न करे
थे कभी जो किसी जीवन की निधि
सारथी को वो अलविदा न करे
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