उसकी आँखों में कोई कहानी लगे है ,
वो लड़की मुझे तो दिवानी लगे है .
जब भी मिलती मुझे, कैसी लगती कहूँ
लव पे मुस्कान आँखों में पानी लगे है
यू ही खामोश रहना, झुकाकर नज़र
उसकी ख़ामोशी कोई कहानी लगे है
उस से मिलना भले इत्तेफाकन सही
पर खुदा की कोई मेहरबानी लगे है
करती मुझको परेशां घड़ी, हर घड़ी
फिर भी मुझको मेरी जिंदगानी लगे है
वो लड़की मुझे तो दिवानी लगे है .
जब भी मिलती मुझे, कैसी लगती कहूँ
लव पे मुस्कान आँखों में पानी लगे है
यू ही खामोश रहना, झुकाकर नज़र
उसकी ख़ामोशी कोई कहानी लगे है
उस से मिलना भले इत्तेफाकन सही
पर खुदा की कोई मेहरबानी लगे है
करती मुझको परेशां घड़ी, हर घड़ी
फिर भी मुझको मेरी जिंदगानी लगे है
very very nice.....
ReplyDeletedhanyabad sahab
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