Followers

Saturday, 28 December 2013

दिल में आज भी उनकी आहट - सी है


उनको याद करने की  आदत - सी है
वो पल आज भी इबादत - सी है

मेरी बर्बादी ही उनका हासिल था
और आज भी मेरी इज़ाज़त -सी है

वक़्त के बीते कई माह हो गये
दिल में आज भी उनकी आहट - सी है

अरसा हो गये मियां रोया नही हूँ  मै
दिल में आज बड़ी कुलबुलाहट -सी है

ये मौत भी कमज़र्फ दगा देती है
सारथी को ज़िन्दगी से उकताहट - सी है 

No comments:

Post a Comment