उनको याद करने की आदत - सी है
वो पल आज भी इबादत - सी है
मेरी बर्बादी ही उनका हासिल था
और आज भी मेरी इज़ाज़त -सी है
वक़्त के बीते कई माह हो गये
दिल में आज भी उनकी आहट - सी है
अरसा हो गये मियां रोया नही हूँ मै
दिल में आज बड़ी कुलबुलाहट -सी है
ये मौत भी कमज़र्फ दगा देती है
सारथी को ज़िन्दगी से उकताहट - सी है
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